बरसात होने के कारण सांप बाहर आते हैं क्योंकि उनके बिल में पानी भर जाता है ।
सांप डसने के बाद इलाज का रामबाण उपाय
आपको मालूम होगा की सांप डसने से उसके दो दांत का निशान दिखाई देते हैं।दो दांतों से वह विष मनुष्य के शरीर में यानि जहर छोड़ता है। वह विष रक्त के द्वारा हृदय तक जाता है। उसके बाद पूरे शरीर में पहुंचता है। सांप शरीर में कहीं भी डसने के बाद वह विष पहले हृदय तक जाता है उसके बाद पूरे शरीर में फैलता है। यह विष पूरे शरीर में पहुंचने के लिए कम से कम तीन घंटे का समय लगता है। यानि कि जिस व्यक्ति को सर्प दंश हुआ है वह व्यक्ति तीन घंटे
तक नहीं मरेगा।जब मस्तिष्क के साथ साथ पूरा शरीर में विष पहुंचेगा तभी वह व्यक्ति मरेगा।
वह व्यक्ति को बचाने के लिए आपके पास तीन घंटे का समय है,इस तीन घंटे में आप बहुत कुछ कर सकते हो।यह बहुत अच्छा है।
आप क्या कर सकते हैं,,,?
एक दवाई आप अपने घर पर हमेशा रख सकते हैं
यह औषधि होम्योपैथिक है तथा सस्ती है
उसका नाम है
NAJA २००
यह दवाई है
किसी भी होम्योपैथिक दवाई की दुकान पर आसानी से मिल जाती है। इस दवाई से आप कम से कम सौ लोगों की जान बचा सकते हैं। तथा इसकी कीमत सिर्फ
50 रूपये
है।
NAJA नाजा यह दवाई विश्व का सबसे ख़तरनाक जहरीला सांप का ही जहर से बनाया गया है।
उस सांप का नाम है
क्रॅक.
इस सांप का विष सबसे घातक माना गया है, यह विष दूसरे सांप का विष उतारने के लिए काम आता है।
इस दवाई का एक बूंद जीभ में रखें, और दस मिनट के बाद फिर दूसरी बूंद रखें। फिर तीसरी बार एक बूंद फिर दस मिनट के बाद रखें।ऐंसा तीन बार करके छोड़ दें।
बस इतना करके उस व्यक्ति, प्राणी,जीव, जन्तु, पशु, पक्षी, जानवरों आदि का प्राण बचा सकते हैं।
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*दवा किसी भी होम्योपेथी की दुकान में मिल जाती है
क्यों गिरती है बिजली?
आकाशीय बिजली इलेक्ट्रिकल डिस्चार्ज है। ऐसा तब होता है, जब बादल में मौजूद हल्के कण ऊपर चले जाते हैं और पॉजिटिव चार्ज हो जाते हैं। भारी कण नीचे जमा होते हैं और निगेटिव चार्ज हो जाते हैं। जब पॉजिटिव और निगेटिव चार्ज अधिक हो जाता है तब उस क्षेत्र में इलेक्ट्रिक डिस्चार्ज होता है। अधिकतर बिजली बादल में बनती है और वहीं खत्म हो जाती है, लेकिन कई बार यह धरती पर भी गिरती है। आकाशीय बिजली में लाखों-अरबों वोल्ट की ऊर्जा होती है। बिजली में अत्यधिक गर्मी के चलते तेज गरज होती है। बिजली आसमान से धरती पर 3 लाख किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से गिरती है।
भास्कर नॉलेज: 3 लाख किमी प्रति घंटा की रफ्तार से धरती पर गिरती है बिजली; इससे बचने के 6 तरीके
सिर के बाल खड़े हो जाएं या झुनझुनी होने लगे तो फौरन नीचे बैठकर कान बंद कर लें। यह इस बात का संकेत है कि आपके आसपास बिजली गिरने वाली है।
जहां हैं, वहीं रहे। हो सके तो पैरों के नीचे सूखी चीजें जैसे- लकड़ी, प्लास्टिक, बोरा या सूखे पत्ते रख लें।
दोनों पैरों को आपस में सटा लें, दोनों हाथों को घुटनों पर
रख कर अपने सिर को जमीन की तरफ जितना संभव हो
झुका लें। सिर को जमीन से सटने न दें। जमीन पर कभी
न लेटें।
बिजली से चलने वाले उपकरणों से दूर रहें, तार वाले टेलीफोन का इस्तेमाल न करें। खिड़कियों, दरवाजे, बरामदे और छत से दूर रहें।
पेड़ बिजली को आकर्षित करते हैं, इसलिए पेड़ के नीचे खड़े न हों। समूह में न खड़े रहें, अलग-अलग हो जाएं।
• घर से बाहर हैं तो धातु से बनी वस्तुओं का इस्तेमाल न करें। बाइक, बिजली के पोल या मशीन से दूर रहें।
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